Blogspot - khatrisamaj.blogspot.com - हमारा खत्री समाज

Latest News:

शीतला:एक कल्‍याणकारी माता .. खत्री अनिल कोहली (गुडगांव) 10 May 2012 | 07:33 pm

जगतजननी, जनकल्‍याणी मां शीतला देवी के मंदिर सेनिकलती मधुर शंख ध्‍वनि एवं चौरासी मांगलिक घंटो और घंटियों की स्‍वरलहरियां दूर दूरांतर में फैलकर न केवल मानव में एक दूसरे के प्रति प्रेम औरसद्भावना संचारित...

हमारे संस्‍कार ( खत्री हरिमोहन दास टंडन जी) ... भाग . 3 1 Feb 2011 | 02:38 pm

हिंदू धर्म में उपनयन का बहुत महत्‍व है। इस संस्‍कार को बालक के समझदार होने पर करने का विधान है , जिससे वह धार्मिक कृत्‍यो को अच्‍छी तरह समझ सके और चरित्र निर्माण संबंधी बातों को समझ पाए। इसके बाद ही उ...

हमारे संस्‍कार ( खत्री हरिमोहन दास टंडन जी) ... भाग . 2 30 Jan 2011 | 11:19 pm

वर्तमान समय में संस्‍कारों की उपेक्षा में केवल शिक्षा तथा संसर्ग या कलिकाल ही एकमात्र कारण नहीं है , उसका एक प्रमुख कारण पूर्वजों के अज्ञान , आचरण , अशिक्षा और अंधविश्‍वास में भी है। लगभग 1200 वर्ष के...

हमारे संस्‍कार ( खत्री हरिमोहन दास टंडन जी) ... भाग . 1 29 Jan 2011 | 02:37 pm

संस्‍कृत कोष के अनुसार संस्‍कार का मुख्‍य अर्थ है .. शिक्षा , अनुशीलन , मानासक प्रशिक्षण , अन्‍त: शुद्धि , पवित्रिकरण , पुनीत कृत्‍य , श्रंगार , चमकाना आदि। मनुष्‍य का प्रशिक्षण आ पवित्रिकरण कर उसको अ...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 10 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 11 Nov 2010 | 04:10 am

फाल्‍गुन माह के कृष्‍ण पक्ष की चतुदर्शी को शिव रात्रि होती है। शिव की पूजा बेलपत्र से की जाती है और व्रत रखा जाता है। आज के दिन शिव जी का विवाह हुआ था। कुछ लोग रात्रिभर जगते हैं और शिव जी के भजन गाते ...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 9 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 10 Nov 2010 | 04:41 am

यहां अगहन मास में तो कोई त्‍यौहार नहीं होता , पूस में भी एक मात्र त्‍यौहार होता है। कहते हैं , इस मास में कोई नया काम नहीं किया जाना चाहिए। पूस महीने के अंत में मकर संक्रांति के एक दिन पहले पंजाब में ...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 8 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 7 Nov 2010 | 06:48 pm

कार्तिक कृष्‍ण पक्ष की चौथ को पहली करवा चौथ होती है , स्त्रियां पति के लिए व्रत रखती हैं , सुहाल मंसे जाते हैं , चंद्रमा को देखकर नए मिट्टी के बर्तन से उसे जल देकर तब भोजन किया जाता है। पूजा के बाद एक...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 7 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 1 Nov 2010 | 11:58 pm

आश्विन माह की पहली अष्‍टमी को महालक्ष्‍मी की पूजा होती है और व्रत रखा जाता है , कुछ खत्रियों के यहां विशेष रूप से मिट्टी की मूर्ति बनाकर 16 प्रकार के पकवान से पूजा की जाती है। राधाष्‍टमी को हल्‍दी में...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 6 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 31 Oct 2010 | 12:44 am

भादो महीने के कृष्‍ण पक्ष की तीज को कजली तीज होती है और चौथ को बगुला चौथ या गणेश चौथ। यह भी लडकों का त्‍यौहार है , आज के दिन जौ की पूडी खायी जाती है , और गऊ बछडे की पूजा भी होती है। आज को छींक छक्‍कान...

हमारे धार्मिक उत्‍सव और पर्व .. भाग 6 .. खत्री लक्ष्‍मण नारायण टंडन जी 29 Oct 2010 | 01:41 am

सावन के अमावस्‍या को हरियाली अमावस कहा जाता है। शुक्‍ल पक्ष की तीज को तिजियां होती है , जिसे सुहागन अपने पति के कल्‍याण की कामना में मनाया जाता है। आटे और शक्‍कर के कसार का पोंजा स्त्रियां मनसा करती ह...

Related Keywords:

फैशन और युवापीढी, यहाँ पर करारा कंकरीला है, गोत्र

Recently parsed news:

Recent searches: