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आन के लोखरिया सगुन बतावे अपुना कुकुरन से नोचवावे 26 Jun 2013 | 10:09 am

अभी दो सूचनाये मिली १. "अभी पिछले दिनों जब मैंने फेसबुक पर एक अपडेट किया तो अनुमान नहीं था कि उसका एक खौफनाक  परिणाम सामने आ जाएगा .अविनाश वाचस्पति जी को लगा कि वह अपडेट मैंने उन पर किया है और उन्हो.....

ब्लागिंग के धन्धेबाज बनाम ट्रैवल एजेंट: एक विश्लेषण 4 May 2013 | 06:58 am

आपने कभी ट्रैवल कम्पनियो का नाम सुना है? ये कम्पनिया एक निश्चित पैकेज पर आपको घूमने फिरने, होटलिंग, मौज करने का साधन मुहैया कराती है. विश्व मे कही घूमना हो इनसे सम्पर्क कीजिये और घूमिये. आजकल इन कम्पन...

सुनो मनोहरा ! क्या तुम्हे याद है 'बीघापुर चालीस मील' ? 30 Apr 2013 | 03:34 pm

सुनो! क्या तुम्हे याद है? अभी भी 'बीघापुर चालीस मील' या गृहस्थी के इरेजर ने मिटा दिए सारे रेखाचित्र, समय के कैनवास पर जिसे मैंने खींचे और तुमने रंगे  थे। ++++++++++++++++++++ महुए के फूल खाते ख...

रेवडिया, बताशे और इनाम कुमार: अथातो 'विज्ञान परिषद' पुरस्कार कथा. 29 Apr 2013 | 12:43 pm

बताशे की गंध हवाओं में तैरने  लगी तो मैंने सोचा की क्या मै  काठमांडू पहुच गया। पर सर झटका  चश्मा उतारा तो धुल धक्कड़ देख के तसल्ली हुयी कि  अब्बै  तो कानपुर में ही है . खैर 'सामलाल' से पता चला की यह गं...

रामलाल ! काठमांडु चलबे का रे? 18 Apr 2013 | 04:02 pm

डिस्क्लैमर: अगर ये आप अपनी बात समझ रहे तो मात्र सन्योग के अलावा कुछ नही :):):) रामलाल! काठमांडु चलबे का रे? काहे सामलाल? अरे उहाँ  इज्जत दी जायेगी सम्मान होगा. नाही रे! हमका लपूझन्ना समझे हौ का? ह...

तुम भी खामोश थी मै भी खामोश था 3 Apr 2013 | 11:58 am

तुम  मेरे पास  थी मै  तेरे पास था एक मीठी मुहब्बत का एहसास था। आँख झुकती गयी लब सिले रह गये, तुम भी खामोश थी मै भी खामोश था।। रात ढलती  रही   प्यार पलता रहा सांसो की सरगमी धुन को गुनता रहा। जनमों की ...

...तुम्हे मैं याद आऊँगा 12 Mar 2013 | 08:14 pm

आइना जब भी देखोगी तुम्हे मैं याद आऊँगा कभी जब हँस के रोओगी, तुम्हे मैं याद आऊँगा, अकेले मे टहलते छत पे बस्स ऐसे जरा यूं ही, कभी जब चाँद देखोगी तुम्हे मैं याद आऊँगा. हवाएं मुझसे होकर तुम तलक तो जा रह...

कलम तुम उनकी जय बोलो... 31 Jan 2013 | 02:17 pm

नजर टेढ़ी जवानो की भिची जो मुट्ठिया हो फिर भगत आजाद अशफाको  की रूहे झूम जाती है, जय हिंद के जयघोष से उट्ठी सुनामी जो तमिलनाडु से लहरे जा हिमालय चूम आती है मेरी धरती मेरा गहना   इसे माथे लगाउंगा ज...

चिट्ठी ना कोई सन्देश जाने वो कौन सा देश जहा तुम चले गये 23 Jan 2013 | 09:17 am

 आज गली मुहल्ले से लेकर जाने कैसे कैसे चिरकुट लोग "नेता जी"के नाम से अपने को सम्बोधित करवा रहे है जोकिनेताजी सुभाष के पाव की धोवन के बराबर नही. स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरानजो व्यक्ति अपनो की साजिश का श...

नवभारत टाईम्स बनाम हनी सिह: चोर चोर मौसेरे भाई 19 Jan 2013 | 09:01 am

इंटरनेट पर गन्दगी फैलाने मे नवभारत टाईम्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. उत्तेजना को उकसाने वालो के लिये भी कोई कानून बने. बलात्कार जैसे अपराध के व्यक्ति तो जिम्मेदार है ही साथ ही बलात्कारी मानसिकता क...

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नीम, पढाई की बाते, तुम्हारी याद

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